जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल में आग लगने के बाद भी प्रशासन की लापरवाही देखने को मिल रही है। दरअसल, मंगलवार शाम को जबलपुर कलेक्टर के ऑफिशियल फेसबुक पेज से CMHO के साइन वाला आदेश जारी किया गया था। जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा गया था कि जिले के 52 अस्पतालों में नए मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने अब इस आदेश का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सूची CMHO द्वारा हस्ताक्षर नहीं की गई है। CMHO के सस्पेंड होने के वायरल मैसेज को भी फर्जी बताया हैं। फेसबुक पेज से आदेश वायरल होने के बाद आदेश को हटा दिया गया है।
Piyush Jain