नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ लेंगी। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमणा उनको राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। मुर्मू का राष्ट्रपति बनना कई लिहाज से ऐतिहासिक है। प्रतिभा पाटिल के बाद मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। आजादी के 75वें साल में देश का सर्वोच्च पद पहली बार आदिवासी समुदाय के किसी व्यक्ति को मिलेगा। मुर्मू आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत हैं। शपथ ग्रहण से पहले मुर्मू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारक स्थल ‘राजघाट’ पहुंचीं और पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद वह राष्ट्रपति भवन पहुंचीं, जहां निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी ने मुर्मू की अगवानी की। राष्ट्रपति के अंगरक्षक घुड़सवार दस्ते ने द्रौपदी मुर्मू को सलामी दी। शपथ ग्रहण के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।